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Showing posts from January, 2020

28 जनवरी को निकल सकती है पंचायत चुनावों की लॉटरी

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चुनाव से वंचित सभी ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषद सदस्यों की लॉटरी फिर से निकाली जाएगी। बताया जाता है कि 28 जनवरी को लॉटरी निकाली जा सकती है। इसे लेकर सभी जिला कलक्टर तैयारियों में जुट गए हैं। दरअसल सभी जिला कलक्टर को 5 फरवरी से पहले लॉटरी निकाले जाने की कार्रवाई पूरी कर उसकी सूचना राज्य निर्वाचन आयोग को भेजनी है। ग्रामीण पंचायत राज विभाग ने सभी जिला कलक्टर और उपखंड अधिकारियों को 3 दिन के भीतर दोबारा लॉटरी निकालने के आदेश दिए हैं। ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग ने सभी जिला कलक्टर्स को आदेश जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना के तहत पुनर्गठन और नवसृजन की अधिसूचना 15 नवंबर 2019, 1 दिसंबर 2019 और 12 दिसंबर 2019 के द्वारा गठित ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों को शामिल करने के संबंध में वार्डों के गठन को अंतिम रूप दे दिया गया है। गठन की सूचना बिना देर किए राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाए, साथ में एक प्रति पंचायती राज विभाग को भी भेजी जाए ताकि राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम तय समय पर घोषित कर सके। सुप्रीम कोर्ट से सरकार...

1954 ग्राम पंचायतों के चौथे चरण में होंगे चुनाव, कार्यक्रम जारी

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राज्य निर्वाचन आयोग ने 26 दिसंबर को राज्य की 9171 पंचायतों के लिए सरपंच एवं उनके वार्डों के पंच के पदों के लिए आम चुनाव तीन चरणों में कराये जान का कार्यक्रम जारी किया गया है, जिनकी मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन दिनांक 04.12.2019 कोएवं अन्तिम प्रकाशन दिनांक 03.01.2020 को कर दिया गया है। इन पंचायतों के प्रथम चरण का मतदान दिनांक 17 जनवरी, द्वितीय चरण का मतदान 22 जनवरी, तीसरे चरण का मतदान 29 जनवरी होगा। राज्य सरकार की 1 दिसंबर की अधिसूचनाओं द्वारा पंचायत/पंचायत समितियों का पुनर्गठन कर दिया गया। इस पुनर्गठन में 449 पंचायतों का पुनर्गठन कर 173 नई पंचायतों का सृजन किया गया है। राज्य सरकार के परिसीमन को उच्च न्यायालय मुख्य पीठ जोधपुर में चुनौती दी गई। न्यायालय ने अपने निर्णय दिनांक 13.12.2019 द्वारा राज्य सरकार की दिनांक 15/16.11.2019 की अधिसूचनाओं एवं उनकी शुद्धि हेतु जारी अधिसूचना दिनांक 23.11.2019 को छोडकर अन्य सभी अधिसूचनाओं को अपास्त कर दिया गया। इस कार्यक्रम के अनुसार शेष रही 1954 पंचायतों की निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन दिनांक 28.12.2019 कर दिया गया है और अन्तिम प्रक...

12 जिलों की 166 पंचायतों की चुनाव तारीख बदली, यहां देखें कहां-कहां हुआ बदलाव

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  आयोग को बताया कि कई ग्राम पंचातयों का कार्यकाल चुनाव की तिथि से पहले ही पूरा हो रहा है. जिला निर्वाचन अधिकारियों की  पर चुनाव आयोग ने इनकी तिथियों में बदलाव किया है. आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को नए कार्यक्रम के अनुसार चुनाव करवाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही आम लोगों को भी इसकी जानकारी देने के निर्देश दिए हैं. की पंचायतों के चुनाव की तिथियों में किया गया है बदलाव - अजमेर की श्रीनगर पंचायत समिति की 7 ग्राम पंचायतों में 22 की जगह अब 17 जनवरी को मतदान होगा.  अलवर की उमैरण पंचायत समिति की 3 ग्राम पंचायतों में 29 की जगह अब 22 जनवरी को होगा मतदान. - बाड़मेर की फागलिया पंचायत समिति की 4 ग्राम पंचायतों में 29 की जगह 17 जनवरी को मतदान होगा. - बाड़मेर की सेडवा पंचायत समिति की 10 ग्राम पंचायतों में 22 की जगह 17 जनवरी को मतदान होगा. - बाड़मेर की पायला कलां पंचायत समिति की 3 ग्राम पंचायतों में 22 की जगह 17 जनवरी को मतदान होगा. - धौलपुर की सरमथुरा पंचायत समिति की 22 ग्राम पंचायतों में 29 की जगह 22 जनवरी को होगा मतदान. - जैसलमेर की नाचना पंचायत समिति की 12 ग्राम...

राजस्थान के निम्बावास गांव में है एशिया का सबसे बड़ा कीड़ी नगरा

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राजस्थान के निम्बावास गांव में है एशिया का सबसे बड़ा कीड़ी नगरा, डेढ़ सौ बीघा में करोड़ों चींटियां  जालौर। सबसे बड़ा महल, हवेली, कोई परिवार या कॉलोनी तो आपने खूब देखी होगी, मगर चीटियों की सबसे बड़ी 'कॉलोनी' देखनी हो तो राजस्थान के गांव निम्बावास चले आइए। इस कॉलोनी को स्थानीय भाषा में कीड़ी नगरी या कीड़ी नगरा भी कहा जाता है। दावा तो ये भी है कि नीम्बावास का कीड़ी नगरा संभवतया एशिया में सबसे बड़ा है। इस बात का अंदाजा आप इससे भी लगा सकते हैं कि नीम्बावास का कीड़ी नगरा करीब डेढ़ सौ बीघा में फैला है। यहां करोड़ों चीटियां रहती हैं और रोजाना चार क्विंटल दाना खपता है। भीनमाल से 13 किमी दूर है निम्बावास बता दें कि जालौर के भीनमाल कस्बे से 13 किलोमीटर दूर स्थित गांव निम्बावास के बाहर बोर्ड लगा है, जिस पर गांव में कीड़ी नगरा होने की जानकारी और कीड़ी नगरा से संबंधित आवश्यक बातें लिखी हैं। गांव निम्बावास में चारागाह भूमि पर बसे इस कीड़ी नगरे से ग्रामीणों को खास लगाव है। गांव के भामाशाहों यहां चीटियों के लिए अनाज रखने, कीड़ी नगरे को सींचने (चीटियों को दाना डालने) का पुख्ता बंदोबस्त कर रखा है। ...