आरक्षण की मांग लेकर रेलवे ट्रैक पर बैठे गुर्जर, CM ने की शांति की अपील
राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर एक बार फिर पटरी पर बैठ गए हैं. 5 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिलने तक गुर्जर आरक्षण आंदोलन के अगुवा नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भी रेलवे पटरी पर बैठ गए हैं. कर्नल बैंसला के आह्वान के बाद भरतपुर, कोटा और सवाई माधोपुर के साथ कई अन्य स्थानों पर भी ट्रेनें रोकी गई हैं. आंदोलन के आह्वान के साथ ही गुर्जरों ने सवाई माधोपुर में अवध एक्सप्रेस और भरतपुर के बयाना में चंडीगढ़ कोच्चि ट्रेन रोक दी.
मकसूदनपुरा (मलारना डूंगर) में शुक्रवार दोपहर को हुई महापंचायत में गुर्जर समाज के पंचों के बीच यह फैसला लेते हुए कर्नल बैंसला ने रेलवे ट्रैक की ओर कूच कर दिया था. बैंसला ने कहा है कि यह आंदोलन शान्तिपूर्ण होगा लेकिन गुर्जर समाज तब तक पटरी पर बैठेगा जब तक आरक्षण की मांग पूरी नहीं होगी. उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर समाज से शांति बनाए रखने की अपील की है. साथी सरकार ने तीन मंत्रियों की एक कमेटी का गठन भी कर दिया है.
रेलवे पटरी की ओर कूच से पहले महापंचायत में कर्नल बैंसला ने वहां पहुंचे समाज के लोगों से पूछा कि आंदोलन कैसे करें? क्या रेल रोकने से खुश हो? इस पर वहां मौजूद भीड़ से ने हां में हुंकार भरते हुए रेल की पटरी से आंदोलन शुरू करने की बात कही. कर्नल बैंसला ने घोषणा करते हुए कहा कि ' आज मैं रोकूंगा रेल'.
मकसूदनपुरा (मलारना डूंगर) में शुक्रवार दोपहर को हुई महापंचायत में गुर्जर समाज के पंचों के बीच यह फैसला लेते हुए कर्नल बैंसला ने रेलवे ट्रैक की ओर कूच कर दिया था. बैंसला ने कहा है कि यह आंदोलन शान्तिपूर्ण होगा लेकिन गुर्जर समाज तब तक पटरी पर बैठेगा जब तक आरक्षण की मांग पूरी नहीं होगी. उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर समाज से शांति बनाए रखने की अपील की है. साथी सरकार ने तीन मंत्रियों की एक कमेटी का गठन भी कर दिया है.
रेलवे पटरी की ओर कूच से पहले महापंचायत में कर्नल बैंसला ने वहां पहुंचे समाज के लोगों से पूछा कि आंदोलन कैसे करें? क्या रेल रोकने से खुश हो? इस पर वहां मौजूद भीड़ से ने हां में हुंकार भरते हुए रेल की पटरी से आंदोलन शुरू करने की बात कही. कर्नल बैंसला ने घोषणा करते हुए कहा कि ' आज मैं रोकूंगा रेल'.
एक दिन पहले कर्नल बैंसला ने गुर्जर आरक्षण की मांग पर सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर पर महापंचायत का आह्वान किया था. महापंचायत का समय दोपहर बाद 4 बजे रखा गया और बैंसला के आह्वान पर प्रदेशभर से गुर्जर समाज के लोग मलारना डूगर पहुंचे. बता दें कि पिछले एक दशक से भी अधिक समय से राजस्थान गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग में झुलसता रहा है और इस महापंचायत के साथ ही एक बार फिर गुर्जर सड़कों पर उतर रहे हैं.
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