भीनमाल विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस के पत्ते खुले, बागी बिगाड़ेगें समीकरण

जालोर जिले की सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र भीनमाल से शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी पूराराम चौधरी ने लगातार छठी बार नामांकन दाखिल किया। चौधरी के नामांकन के भरते ही राजनीति चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वहीं गुरूवार की देर रात्रि में कांग्रेस की सूची में डॉ. समरजीतसिंह की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही यहां के चुनावी परिदृश्य की तस्वीर साफ होने लगी है।

विधानसभा क्षेत्र में समग्र रूप से देखे तो भाजपा के ही बागी रमेश पुरोहित मेड़ा व कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार उमसिंह चांदराई के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने की चर्चा से यहां का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। हालांकि राजनीतिक हलकों में पहले से कयास थे कि भाजपा पूराराम का साथ नहीं छोड़ेगी जबकि कांग्रेस में डॉ. सिंह और उमसिंह की उम्मीदवारी को लेकर स्पष्ट संशय बना हुआ था। जानकारों की माने तो भाजपा के पास पूराराम जैसा सशक्त उम्मीदवार नहीं मिल रहा था जो कि यह सीट निकाल सके। जबकि कांग्रेस में पूराराम को टक्कर देने के लिए डॉ. सिंह के अलावा कोई नाम नजर नहीं आ रहा था। गत चुनावों में उमसिंह के करीब चालीस हजार मतों से अधिक से हार होने की वजह से उमसिंह पूराराम के समक्ष कहीं टिकता नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में कांग्रेस ने डॉ. सिंह को अपना उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। हालांकि गत बार डॉ. सिंह के सक्रिय नहीं होने की बात को भोमिया राजपूत समाज भूला पाया होगा। यह कहना जल्दबाजी होगा। चुंकि गत बार डॉ. सिंह के सक्रिय नहीं होने की वजह से उमसिंह को बहुत अधिक मतों से पराजय का सामना करना पड़ा था तो इस बार भी तय है कि उमसिंह की निर्दलीय चुनाव लडऩे की जो खबरें आज बाजार में आ रही है वे निश्चित तौर पर कांग्रेस के डॉ. सिंह के लिए घातक ही होगी। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि उमसिंह निर्दलीय चुनाव लड़कर डॉ. सिंह को हराने का काम करेगा अथवा भीतरी घात करेगा। हालांकि आज शनिवार को कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. समरजीतसिंह व भाजपा के बागी तथा निर्दलीय प्रत्याशी रमेश पुरोहित मेड़ा का नामांकन भरा जाना तय हैI


पूराराम के विरोध में एकमात्र बागी उम्मीदवार रमेश पुरोहित मेड़ा है। हालांकि गत प्रधान चुनावों में भी रमेश पुरोहित ने भाजपा के सिम्बल के विरूद्ध निर्दलीय चुनाव लड़ा था जिसमें उसकी पराजय हुई थी। भाजपा के विरूद्ध चुनाव लडऩे के बावजूद पार्टी ने उसके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जो कि कार्यकर्ताओं में काफी चर्चा का विषय भी रहा था। शुक्रवार को पुरोहित ने अपने जनसम्पर्क कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर पत्रकारों को बताया कि क्षेत्र में एकमात्र वर्तमान विधायक पूराराम चौधरी के स्वयंभू बने होने के कारण उन्हें निर्दलीय रूप से चुनाव लडऩा पड़ रहा है। पुरोहित ने बताया कि वह केवल क्षेत्र के विकास के लिए प्रयत्नशील रहेगें। एक प्रश्र के उत्तर में उन्होंने बताया कि वे गत बीस पच्चीस वर्षो से जनता के बीच में रहकर जनता की सेवा करते रहे है मगर पार्टी ने उन्हें कई बार पैनल में तो लिया मगर जातिवाद के चक्कर में उनका नाम हर बार हटा दिया जाता है।

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