सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज वायरल किया, सूरत से आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा, ग्रुप एडमिन को भी नोटिस जारी
विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन नजर रखे हुए हैं।
विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन नजर रखे हुए हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए भी पुलिस की साइबर सेल पैनी निगाह रखे हुए हैं, ताकि भड़काऊ अथवा माहौल खराब करने संबंधी मैसेज या फोटो वायरल करने वालों को पकड़ा जा सके।
जैतारण पुलिस ने ऐसे ही भड़काऊ मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल करने पर रामावास गांव के अशोक मुडेंल पुत्र चैनाराम जाट को सूरत से गिरफ्तार कर जैतारण लाया। इस आरोपी ने गत मार्च माह में जैतारण में हुए उपद्रव से संबंधित पुराने फोटो वाट्स एप ग्रुप पर वायरल किए थे। आरोपी सूरत में प्राइवेट जॉब करता है, जिसे बुधवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने ग्रुप एडमिन को भी नोटिस देकर पाबंद किया है, जिससे भी पुलिस पूछताछ करेगी। एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता को लेकर साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने के लिए अफवाहों से भरे मैसेज भेजने वालों की धरपकड़ के लिए जिला व थाना स्तर पर गठित साइबर सेल की टीमें दिन-रात सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जैतारण में सामने आया, जहां वाट्स एप के एक ग्रुप पर जैतारण शहर में मार्च माह में हनुमान जयंती पर हुए उपद्रव की पुरानी फोटो वायरल की गई। जैतारण थाना प्रभारी रवींद्रसिंह खिंची के निर्देशन में उप निरीक्षक गंगाप्रसाद की टीम ने जांच के बाद सूरत जाकर आराेपी रामावास गांव निवासी अशोक मुडेंल को गिरफ्तार किया।
गुजरात का यह फोटो जैतारण का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था।
साइबर सेल की पैनी निगाह, बिना पुष्टि के सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं डालें एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा हर थाना स्तर पर पुलिस की ओर से साइबर सेल पहले से ही गठित है, जो साइबर तकनीक का दुरुपयोग रोकने का काम कर रही है। विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए सभी साइबर सेल को और ज्यादा टास्क दी गई है, जहां बैठे कर्मचारी दिन-रात सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि फेसबुक, ट्विटर और खासकर वाट्स एप पर बिना पुष्टि के कोई भी संदेश, फोटो अथवा वीडियो वायरल नहीं करे। चुनाव को लेकर किसी पार्टी अथवा प्रत्याशी के पक्ष-विपक्ष में भड़काऊ मैसेज वायरल करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में लोगों को ऐसे किसी भी तरह के मैसेज वायरल करने से बचना चाहिए। आपसी सौहार्द्र बनाने में पुलिस-प्रशासन की मदद करे। ऐसे मैसेज, फोटो अथवा अन्य सामग्री वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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जैतारण पुलिस ने ऐसे ही भड़काऊ मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल करने पर रामावास गांव के अशोक मुडेंल पुत्र चैनाराम जाट को सूरत से गिरफ्तार कर जैतारण लाया। इस आरोपी ने गत मार्च माह में जैतारण में हुए उपद्रव से संबंधित पुराने फोटो वाट्स एप ग्रुप पर वायरल किए थे। आरोपी सूरत में प्राइवेट जॉब करता है, जिसे बुधवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने ग्रुप एडमिन को भी नोटिस देकर पाबंद किया है, जिससे भी पुलिस पूछताछ करेगी। एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता को लेकर साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने के लिए अफवाहों से भरे मैसेज भेजने वालों की धरपकड़ के लिए जिला व थाना स्तर पर गठित साइबर सेल की टीमें दिन-रात सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जैतारण में सामने आया, जहां वाट्स एप के एक ग्रुप पर जैतारण शहर में मार्च माह में हनुमान जयंती पर हुए उपद्रव की पुरानी फोटो वायरल की गई। जैतारण थाना प्रभारी रवींद्रसिंह खिंची के निर्देशन में उप निरीक्षक गंगाप्रसाद की टीम ने जांच के बाद सूरत जाकर आराेपी रामावास गांव निवासी अशोक मुडेंल को गिरफ्तार किया।
गुजरात का यह फोटो जैतारण का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था।
साइबर सेल की पैनी निगाह, बिना पुष्टि के सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं डालें एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा हर थाना स्तर पर पुलिस की ओर से साइबर सेल पहले से ही गठित है, जो साइबर तकनीक का दुरुपयोग रोकने का काम कर रही है। विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए सभी साइबर सेल को और ज्यादा टास्क दी गई है, जहां बैठे कर्मचारी दिन-रात सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि फेसबुक, ट्विटर और खासकर वाट्स एप पर बिना पुष्टि के कोई भी संदेश, फोटो अथवा वीडियो वायरल नहीं करे। चुनाव को लेकर किसी पार्टी अथवा प्रत्याशी के पक्ष-विपक्ष में भड़काऊ मैसेज वायरल करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में लोगों को ऐसे किसी भी तरह के मैसेज वायरल करने से बचना चाहिए। आपसी सौहार्द्र बनाने में पुलिस-प्रशासन की मदद करे। ऐसे मैसेज, फोटो अथवा अन्य सामग्री वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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