बिजली विभाग के ई-मित्र संचालकों का घोटाला, बिल के पैसे लेकर हुए फरार
भीनमाल: सरकार ने आमजन को राहत पहुचानें को लेकर जगह-जगह पर ई-मित्र खोल दिया लेकिन यही मित्र अब लूटेरे बन गए हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं जालौर जिले के भीनमाल की जहां पर गांव से आने वाले भोलेभाले किसानों ने ई-मित्र पर बिजली के बिल भरने के लिए पैसे तो जमा करवाए गए लेकिन उनके इस पैसे से किसानों के बिजली बिल नहीं बल्कि संचालक अपनी जेब भरकर रफूचक्कर हो गए.
खबरों की मानें तो किसानों ने जब बिल के लिए पैसे दिए तो ई-मित्र संचालकों ने फर्जी मोहर लगाकर किसानों को बिल वापस थमा दिया. जिसके बाद जब किसानों के पास दोबारा बिजला के बिल आए तो उन बिलों में पैनेल्टी के पैसे जुड़कर आए जिसके बाद किसानों के होश उड़ गए. जिसके बाद इस मुद्दे पर बड़ी संख्या में
किसान भीनमाल विद्युत विभाग कार्यालय पहुचें और विरोध प्रदर्शन किया तथा पैसे वापस देनें की मांग की.
हालांकि तब तक देर हो चुकी थी, ई-मित्र संचालक अपनी दुकान के ताला लगाकर वहां से फरार हो चुके थे. ऐसे में अब बिजली विभाग पर भी तमाम तरह के सवाल उठने लगे हैं. लोगों की मानें तो विभाग के कुछ कर्मचारियों की शह चलते यह बड़ा घोटाला हुआ है इसकी जांच आवश्यक है. हालांकि जी मीडिया ने पहले इस मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि लेकिन प्रशासन ने ई-मित्र संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई. जिससें शहर के करीब 5 से अधिक ई-मित्र संचालकों ने किसानों के खरी कमाई पर डाका डाला.
वहीं सूचना सहायक ने एलएसपी सीएमएस कम्पनी को ई-मित्र संचालक के खिलाफ जांच करने का आदेश जारी किया है. जिस पर एलएसपी ने ई-मित्र संचालक की आईडी को तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया. वहीं सूचना सहायक ने भीनमाल डिस्कॉम से गड़बड़ी वाले बिलों की सूची मांगी हैं. जिसको लेकर डिस्कॉम के सहायक अभियंता राजकुमार मीणा ने गड़बड़ी वाले बिलों की जांच शुरू कर दी हैं. उन्होंने बताया कि गुरुवार तक 1500 बिलों को जांचा हैं जिसमें में लाखों रुपए गड़बड़ी पाई हैं. सभी बिलों की जांच होने के बाद ई-मित्र संचालक के विरुद्ध जिला मुख्यालय द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
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