अनूठा आध्यात्मिक मेला, शेर व गाय को एक साथ पानी पीने की झांकी दिखा लोगों की सोच बदलने का प्रयास

जालोर. कहते है कि साथ बैठकर चाय-पान करने से प्रेम प्रगाढ़ होता है। शेर व गाय को एक साथ एक ही घाट पर पानी पिलाने की झांकी ये ही दर्शाती है कि दो अलग-अलग विचारधाराओं के व्यक्ति यदि सभी राग द्वेष मिटाकर एकबारगी प्रयास करके एक साथ बैठे तो दुश्मनी या राग द्वेष मिटाया जा सकता है। ऐसा करने से सारे झगड़े फसाद खत्म हो जाएंगे और आदमी में सकारात्मक सोच का प्रवाह भी होगा। 



जालोर. आध्यात्मिक मेले के शुभारंभ पर उपस्थित शहरवासी। 

32 फीट के शिवलिंग के लोग करेंगे दर्शन मेले में शांति अनुभूति कक्ष बनाया गया है। इसमें तनावपूर्ण जीवन से ग्रसित व्यक्ति को शांति की अनुभूति कराई जाएगी। इसी प्रकार तीस फीट के शिवलिंग के दर्शन का भी लाभ मिलेगा। तनावपूर्ण जीवन से मानसिक रूप से भटके युवाओं को एकाग्रता पर लाने के लिए एकाग्रता टेस्ट करने की विधा भी रहेगी। व्यसन मुक्ति का भी मेले में शिविर लगेगा, जिसमें लोगों को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए उपचार दिया जाएगा। इसके अलावा खुशनुमा जीवन जीने के लिए राजयोग भी कराया जाएगा। पांच दिनों तक चलने वाले इस मेले में लोगों को आध्यात्मिक जीवन शैली के बारे में बताया जाएगा। 

नौ देवियों के साथ आध्यात्मिक झांकियां देगी खुशहाली का संदेश मेले में नवरात्र महोत्सव को लेकर नौ देवियों की झांकियां भी सजाई गई है। हर एक चैतन्य देवी के बारे में लोगों को विस्तृत जानकारी भी दी जाएगी। विज्ञान व अध्यात्म का समन्वय बनाकर एक मंडप बनाया गया है।मेले में विभिन्न प्रकार की झांकियां मेले का आकर्षण केन्द्र हैं। एक झांकी ऐसी भी है जिसमें एक ही कुंड में शेर व गाय एक साथ पानी पीते दिखाई देते हैं। इस झांकी से व्यक्ति को सकारात्मक सोच के प्रति संदेश देने का उद्देश्य है। इसी प्रकार एक मंच का निर्माण किया गया है। गोल्डन रंग के इस मंच पर कई प्रकार की धार्मिक व आध्यात्मिक प्रस्तुतियां देकर शहरवासियों को खुशहाल जीवन के लिए प्रेरित किया जाएगा। 

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