दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया. एम्स द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. अटल जी के निधन पर सात दिन (16 से 22 अगस्त) का राजकीय शोक घोषित किया गया है. आज रात अटल जी का पार्थिव शरीर उनके कृष्ण मेनन स्थित आवास पर रखा जाएगा, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए कल सुबह नौ बजे भाजपा मुख्यालय लाया जाएगा. कल दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी और शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर किया जाएगा.
शुक्रवार की सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक अटल जी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय 6 दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा. एक बजे के बाद अंतिम यात्रा निकाली जाएगी और शाम चार बजे विजय घाट के पास राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर अतिंम संस्कार होगा.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए.
बता दें एम्स की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया, 'हमें यह सूचना देते हुए गहरा दुख हो रहा है कि आज (16 अगस्त, 2018) शाम 5.05 बजे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे. श्री वाजपेयी को एम्स में 11 जून, 2018 को एडमिट कराया गया था. पिछले 9 हफ्ते से उनका स्वास्थ्य स्थिर था और एम्स के डॉक्टरों की एक टीम उनकी देखभाल में लगी हुई थी. दुर्भाग्यवश, पिछले 36 घंटों में उनकी हालत बिगड़ गई और उनको लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था, लेकिन अथक प्रयासों के बावजूद हमने आज उन्हें खो दिया. इस दुख की घड़ी में हम देश के साथ हैं.' अटल जी का पार्थिव शरीर एम्स से कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा.
अटल जी के निधन के बाद बीजेपी मुख्यालय में झंडा झुका दिया गया. वहीं, अटल जी के स्मारक पर विजय घाट के करीब पर डेढ़ एकड़ जमीन आवंटित की गई है. एमसीडी आयुक्त ने विजय घाट का मुआयना किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक जताया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है. हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे. अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था. उनका जाना, एक युग का अंत है.
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