वराहश्याम की पोल
भीनमाल (Bhinmal) के गौरवशाली अतीत और वर्तमान की यात्रा इस पेज पर जारी है। इसी क्रम में आज बात करते है भीनमाल के प्राचीन वराहश्याम मंदिर के बाहर बनी वराहश्याम की पोल की।
वर्तमान भीनमाल (Bhinmal)शहर के मुख्य बाजार / सदरबाजार के प्रवेश द्वार पर एक विशाल पोल (Gateway)बनी हुई है जिसे श्री वराहश्याम की पोल के नाम से जाना जाता है। यह पोल आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (ASI) के अनुसार 14वीं शताब्दी में बनी हुई है।
"वराहश्याम की पोल' भीनमाल शहर का एक जीवंत पुरातात्विक स्थल है। निर्माण अभिलेख /शिलालेख तो अब काल का ग्रास बन चुके है। परन्तु प्राचीनता स्वयं सिद्ध है और पुराने ज़माने की मजबूत स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना भी है यह पोल।
होली के त्यौहार पर इसी पोल के एक भाग में स्थापित लोक देवता ईलोजी या गल्लाजी भाट का नूतन रंगरोगन आदि परंपरा से किया जाता है।
इस पोल में वराहश्याम मंदिर का खुला नोपतखाना भी बना हुआ है जिसमे नगाड़े आदि रखे जाते है।
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